Writer @ https://educationmirror.org/ > educationmirrors@gmail.com पर शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर अपना लेख भेज सकते हैं।
Wednesday, September 24, 2014
धूप और छांव की इबारतें
धूप और छांव की इबारतें
किसी दीवाने की तरह रोज़ कुछ लफ़्ज लिखती है कोई गीत सा गुनगुनाती हैं अपने दिल की बात कहती हैं शायद ऐसी ही सुंदर इबारतें चांदनी रात भी लिखती होगी अपने पढ़े जाने की उम्मीद में...
बहुत सुंदर ...
ReplyDeleteबहुत-बहुत शुक्रिया हरकीरत 'हीर' जी।
ReplyDelete